Unknown and hidden place of Himanchal to visit.



हीमाँचल में शिमला, कुल्लू मनाली, धर्मशाला, डलहौजी जैसे बहुत से प्रसिद्ध जगह है जिन्हें हमलोग सभी जानते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि यहाँ पर और भी बहुत सारी दर्शनीय जगह है जिन्हें लोग नहीं के बराबर जानते हैं। आज मैं आपको हिमाँचल की 10 ऐसे जगहों के बारे में बताने वाला हूँ जिनके बारे में आप नहीं जानते हैं।

Unknown and hidden place of Himanchal to visit.

Unknown and hidden place of Himanchal to visit.



1. कल्पा


किन्नौर जिले के सबसे बड़े गाँव में कल्पा अपने शानदार देवदारों के पेड़, हरे भरे जंगलों और अपने पहाड़ों के लिए जाना जाता है। जब बर्फ के ढके किन्नौर के पहाड़ों पर सूर्य के किरणों की चमक पड़ती है तो ये नजारा और भी दर्शनीय हो जाता है।


यहाँ पर बहुत से सेब के बगान है और सेब यहाँ की मुख्य फसल है। पवित्र कैलाश शिवलिंग चट्टान जो दिन के अलग अलग समय के साथ रंग बदलता है यहाँ से आसानी से देखा जा सकता है। यहाँ से 11 किलोमीटर की दूरी पर माँ देवी चंद्रिका को समर्पित एक मंदिर स्थित है। मंदिर की अलौकिक वास्तुकला के कारण आप यदि किन्नौर जाएँ तो एक बार यहाँ जरूर आए।


2. बरोट 


एक सकारात्मक जगह होने के अतिरिक्त बरोट आपको बाहरी गतिविधियों को करने का एक सनहरा अवसर प्रदान करती है। यहाँ बहने वाली हुगल नदी यहाँ के निवासियों और वन्य जीवन को रहने के लिए शरण देती है। नदी के पार एक wild life century स्थित है जो काले भालू और ना जाने कितने जानवरों को घर है।

घाटी मे सदाबहार जंगल और देवदार के पेड़ भारी मात्रा में है। 

यहाँ पर बहुत सारे tracking place है जिनमे से एक century से होते हुए कुल्लू तक जाता है। यह स्थान hicking और tracking के लिए बहुत प्रसिद्ध है। यहाँ हूगल नदी के किनारे स्थानीय बारिश के देवता देव पासाकोट का मंदिर है जो इस जगह को और भी दर्शनीय बनाती है।

3.चितकुल 


चितकुल हिमाॅचल के किन्नौर जिले में स्थित एक छोटा सा गांव है जो भारत तिब्बत सीमा पर  है। दिलचस्प बात यह है कि यह भारत तिब्बत सीमा पर आखिरी गांव है जहाँ बिना किसी प्रतिबंध के जाया जा सकता है। आप आराम से एक दिन में चितकुल में घूम सकते हैं। बस्ता नदी आपकी छोटी सी यात्रा के दौरान ये एक अच्छे साथी की तरह साथ साथ चलती है।


यहाँ पर मौसम काफी ठंडा है और मौसम का अनुमान लगाना बेहद मुश्किल है इसीलिये यहाँ यात्रा करने के पहले पूरी तैयारी कर लें।

4. मलाना 


दुनिया की भीड़ भाड़ से दूर मलाना हीमाँचल के कुल्लू में स्थित एक छोटा सा गांव है। इस जगह के बारे में सबसे दिलचस्प बात यह है कि यहाँ के लोगों को महान सिकंदर का वंशज माना जाता है। इस जगह के अपने नियम और कानून है जो यूनानी  प्रशासनिक व्यवस्था और भाषा से मेल खाता है।


स्थानीय देवता ऋषि को इस जगह की उत्पत्ति और समाज के कट्टर नियमों और तरीकों के लिए जिम्मेदार माना जाता है। गांव के चारों ओर चंद्राकिनी और तीब्बा चोटियाँ है जो इसे बाहरी दुनिया से बचाती है।


5.थानेदार 


सुंदर सेब और चेरी के बगीचे के साथ थानेदार उन लोगों को बहुत खुशी देता है जो प्रकृति से प्यार करते हैं। आप यहाँ पेड़ो से फल तोड़ने का आनंद ले सकते हैं। ये पेड़ भारत और बाहरी देशों में लाखों सेब की आपूर्ति करते हैं। इसके साथ साथ आप स्थानीय लोगों द्वारा छतों पर सूखाए गए सेबों के टुकड़ों का आनंद ले सकते हैं।


यहाँ बहुत सारे resorts है जिनके पास पलाश के सुंदर बगीचे है। इसके समीप नागदेवता मंदिर जो तानी झुपर झील के पास है। st. Marry church जो भारत के सबसे पुराने church में से एक है वह यहीं स्थित है। hatu peak जो हिमालय के बर्फ़ से ढकी चोटियों को देखने का अलौकिक अनुभव देता है।

6. सोझा 


सोझा पर्यटकों के लिए ताजा पहाड़ों, आराम करने के लिए और साँस लेने के लिए एक बहुत अच्छी जगह है। यह शहरी जीवन से काफी दूर है। सिराज घाटी में स्थित यह अपनी झील के लिए बहुत प्रसिद्ध है जो सूर्यास्त के समय काफी मनमोहक लगती है।


आप यहाँ ताजी हवा में घूमने का आनंद ले सकते हैं।यहाँ एक बहुत सुन्दर झरना है। झरने तक पहुँचने के लिए एक छोटी सी पैदल यात्रा है जिसे आप बहुत आसानी से पार कर सकते हैं।

7. घुसैनी 


यह मछली पकड़ने के लिए एक शानदार जगह है, यहां पर बहुत अधिक मात्रा में मछलियां पायी जाती है इसीलिए इसे मछली का देश भी कहा जाता है। इसके अतिरिक्त वो पर्यटक जो खुले मे चोटियों के बीच अपना समय बिताना चाहते हैं उनके लिए यह जगह बहुत ही अच्छा है। आप यहाँ नदी के किनारे तम्बू लगा सकते हैं और शांत वातावरण में अपनी छुट्टियों का आनंद ले सकते हैं।


यहाँ से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर एक राष्ट्रीय उद्यान है जहाँ आप विभिन्न प्रकार की वनस्पति और जीवों को देख सकते हैं। यहाँ स्तनधारीयों की 30 अलग अलग प्रजातियां हैं और पक्षियों की 300 से भी ज्यादा प्रजातियां यहाँ पायी जाती है।

8.जलोरी जोत 


यह निःसंदेह सबसे अच्छी tracking place में से एक है। आप सोझा मे रहके जलोरी जोत जाकर  झील तक यात्रा कर सकते हैं। यहाँ एक मंदिर भी है, यह मुख्य गली से बाऐं ओर है। यहाँ एक प्राचीन किला है और दोनों जगह काफी दर्शनीय है। झील तक पहुँचने के पहले चार किलोमीटर का लंबा रास्ता है और जब आप झील के समीप पहुँचेंगे तो एक फ़ार्म हाउस मिलेगा जहाँ पर आप आराम करके आगे बढ़ सकते हैं और जहाँ पर आप अपनी फोन की बैटरी को चार्ज कर सकते हैं।


झील के नजदीक एक नागरानी को श्रद्धांजलि देने वाला एक मंदिर है जहाँ लोग पूजा पाठ करते हैं।

9. खीरगंगा

कुल्लू जिले के विचित्र पार्वती घाटी में खीरगंगा हीमाँचल प्रदेश के सबसे दूर दराज स्थानों में से एक है। यहाँ पहुँचने के लिए आपको परसैनी तक जाना होगा जहाँ से खीरगंगा तक 4 किलोमीटर की लम्बी यात्रा होती है।

यह कहा जाता है कि भगवान शिव ने हज़ारों साल इस छेत्र में ध्यान किया हालाँकि यहाँ पर सबसे विशेष बात है यहाँ का गरम पानी का झरना। यहाँ पर आप स्नान कर सकते हैं और आगे की यात्रा के लिए तैयार हो सकते हैं।

10. रकचम 


हीमाँचल प्रदेश की रकचम घाटी एक और अग्यात इलाका है जो चारो तरफ से बर्फीले पहाड़ों से ढका हुआ है। यहाँ बहने वाली बस्पा नदी के साथ रकचम, सांघला और चितकुल के बीच से होते हुए स्वर्ग की ओर जाने वाला रास्ता प्रतीत होता है क्यूंकि भारत तिब्बत सीमा यहाँ के बिल्कुल नजदीक है।


यहाँ हिंदू मंदिरों के साथ एक बौध मंदिर भी है। यहाँ दोनों धर्मों का मिश्रण पाया जाता है। इस इलाके में विभिन्न तरह के जन्तु पाए जाते हैं जैसे हिरण, काले हिरण, भेड़, काले भालू, तेंदुए इत्यादि।

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